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हिन्दी दिवस प्रतियोगिता भाग 2( हिन्दी दिवस ) लेखनी कहानी -01-Sep-2022

               शीर्षक :-हिन्दी दिवस


हिन्दी दिवस मनाकर भी हम हिन्दी बोलने में क्यौ शरमाते है।
हिन्दी हमारी मातृभाषा है हम उसका सम्मान नही करपाते है।।
हिन्दी हमारी अन्दर की भावना है हिन्दी हमारी आवाज है।
हिन्दी हमारे हर जन मन की अन्तर्मन की मीठी आवाज है।।
हिन्दी हमै आपस में जोड़ने की मुख्य धारा का मजबूत धागा है।
हिन्दी का जो सम्मान न करवा सके वह सबसे बडा़ अभागा है।।
हमारे शहीदौ के दिल  की आवाज व धड़कन है यह हिन्दी।
हमारे देश की शान एवं हम सबका अभिमान है यह हिन्दी।।


हिन्दी दिवस प्रतियोगिता हेतु रचना भाग 2
नरेश शर्मा " पचौरी"

01/09/2022






           

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6 Comments

लाजवाब लाजवाब लाजवाब ,,,, क्यों,,,, शरमाते हैं not है,,,, करपाते हैं not है,,,, हिन्दी हमें,,,,, शहीदों,, आदि कुछ शब्द गलत हैं please करेक्ट it

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shweta soni

01-Sep-2022 05:12 PM

आपकी रचना बहुत अच्छी है आदरणीय, सिर्फ कुछ जगह पर दो मात्रायें है उसे आप सही कर लीजिए । क्यौ, हमै,करपाते, शहीदों आप इन्हें सही कर लें 🙏

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